एक गरीब बुजुर्ग कि बेमिसाल ईमानदारी
ईसानगर के एक आदमी सुबह के वक़्त बैंक खुलते ही बैंक से 90,000 रुपये निकाले और अपने कार के पीछे रख कर बेफ़िक्र हो कर कार ड्राइव करने लगा लेकिन ख़राब एवं टूटी सड़को के कारण उस आदमी का पैसे कार से निचे गिर गया . जैसे उस आदमी को यह भनक लगी कि कार में पैसे नहीं है . वह तुरंत नज़दीकी पुलिस चौकी में जा कर इस बारे में कम्प्लेन लिखवा दिया और उसने पुलिस को ये भी बताया कि जहां उसने पैसे खोये है, वहां आस-पास कुछ भिखारी दिखाई दे रहे थे .

इसी बीच वह गिरे हुए पैसे एक गरीब बुजुर्ग आदमी को सड़क पर मिला . वह गरीब आदमी चाहता तो आराम से उस पैसों को पचा सकता था . लेकिन वह दूर स्थित पुलिस चौकी में जा कर इस बडी रक़म को लौटा देने का फ़ैसला किया .
कैप्टन विनोद जो एक सीनियर पुलिस ऑफिसर है, वह इस ग़रीब बुजुर्ग आदमी के ईमानदारी से बहुत प्रभावित हुए और उन्होंने इसके लिए इस बुजुर्ग को 7000 रुपये नकद एवं एक जोड़ा धोती-कुर्ता दे कर इन्हें सम्मानित किया .
इस ख़बर से यह साबित होता है कि हर ग़रीब आदमी चोर एवं बेईमान नहीं होता . इन जैसे कुछ लोगों के पास बड़ा बैंक बलैंस तो नहीं होता पर इनके पास बहुत बड़ा दिल होता है .