जानिए इन वजहों से होता है महिलाओं को जुड़वां बच्चें!

अभी तक जुड़वां बच्चों होने की परिभाषा यही दी जाती रही है कि गर्भवती महिला के एक ही गर्भावस्था के दौरान पैदा होने वाले दो बच्चों को जुड़वा कहते हैं. आमतौर पर जुड़वा या तो एक जैसे हो सकते हैं या फिर भिन्न-भिन्न प्रकृति के भी हो सकते हैं क्योंकि वे दो अलग अलग अंडो में दो भिन्न-भिन्न शुक्राणुओं द्वारा निषेचित होते हैं. लेकिन ऐसा सिर्फ कुछ ही लोगों में क्यों होता है. इसका अब तक कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिल पाई है लेकिन अभी एक रिसर्च हुआ है, जिसमें बहुत हद तक इस बात का जवाब मिल गया हैं.
शोधकर्ताओं ने इसके पीछे दो जीन को जिम्मेदार बताया है. हालांकि इसकी जानकारी बहुत पहले से है कि अगर किसी महिला के महिला रिश्तेदारों में किसी के जुड़वां बच्चे होते हैं तो उसके द्वारा जुड़वा बच्चों को जन्म देने की संभावना ज्यादा होती है. लेकिन इसके पीछे के जीन का अभी तक पता नहीं चल पाया था.

शोधकर्ताओं में से एक नीदरलैंड के व्रिजे विश्वविद्यालय, एम्सटर्डम के बॉयोलॉजिकल साइकोलॉजिस्ट डोरेट बूमस्मा ने बताया, “लोगों की इस सवाल में बहुत ज्यादा रुचि है कि क्यों कुछ महिलाओं के जुड़वां बच्चे पैदा होते हैं. इसका जवाब काफी आसान है और हमारे निष्कर्षो से पहली बार उस जीन की पहचान करने में सफलता मिली है.”
यह शोध अमेरिकन जर्नल ऑफ ह्यूमन जेनेटिक्स में प्रकाशित किया गया है.
इन निष्कर्षो से शोधकर्ताओं को उम्मीद है कि वे एक ऐसा जेनेटिक टेस्ट का तरीका विकसित कर लेंगे, जिससे किसी महिला की ऐसी स्थिति की संभावना की पहचान की जा सके.