निहाल: जिन्दादिली से भरा वो असल जिन्दगी का औरो है
मुंबई में रहने वाले निहाल बिटला की कहानी पढ़कर संभव है कि आपको ‘पा’ फिल्म में अमिताभ बच्चन द्वारा निभाया गया किरदार ‘औरो’ याद आ जाये. पर यह कोई फ़िल्मी कहानी नहीं बल्कि असल जिन्दगी के एक 14 साल के बच्चे के संघर्ष की दास्ताँ है. निहाल बचपन से ही Hutchinson-Gilford Progeria Syndrome (HGPS) नामक एक दुर्लभ बीमारी से जूझ रहा है. इस बीमारी की वजह से इंसान सामान्य उम्र से कहीं अधिक बढ़ता है.

progeria से पीड़ित बच्चे जन्म के समय सामान्य होते हैं, फिर धीरे-धीरे उनमें असामान्य लक्षण दिखाई देने लगते हैं. निहाल जन्म के समय आम बच्चों की तरह ही नार्मल था. पर एक साल बाद उसमें बदलाव आने लगे, जैसे बाल गिरने लगे और फिर धीरे-धीरे वजन कम होना और त्वचा में बदलाव व झुर्रियों का दिखना आदि. शुरू में निहाल के मम्मी-पापा ने इसे त्वचा सम्बन्धी बीमारी समझी, सभी डॉक्टर ने इसे आनुवांशिक बीमारी बताकर इसका इलाज सम्भव ना होने की बात कही. करीब चार साल पहले एक डॉक्टर ने निहाल के टेस्ट D.N.A के लिए भेजे, तब उस रिपोर्ट से पता चला की निहाल progeria नामक एक दुर्लभ बीमारी से जूझ रहा है. इस बीमारी का अभी तक कोई स्थायी इलाज नहीं है परन्तु कुछ दवाइयों की मदद से तकलीफें थोड़ी कम हो सकती है और जिन्दगी के कुछ साल बढ़ाये जा सकते हैं.

निहाल एक जिंदादिल बच्चा है और सामान्य बच्चों की तरह उसे भी कंप्यूटर पर गेम खेलना, नयी टेक्नोलॉजी से जुड़ना बहुत पसंद है. उसकी कई विश हैं, जिन्हें वो अपनी जिन्दगी के रहते पूरी करना चाहता है, उनमे से एक है कैलीफोर्निया के डिज्नी लैंड की सैर. निहाल के पिता हर कदम पर उसके साथ हैं और वह उसकी हर विश पूरी करना चाहते हैं.
हमारा प्यार और दुआएं हमेशा निहाल के साथ हैं.
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