प्रियंका चोपड़ा अपनी नानी की यह आखरी ख्वाहिश पूरी नहीं कर पाई
बॉलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा अपनी नानी की आखिरी ख्वाहिश को पूरी नहीं कर पाईं. यह खुलासा खुद प्रियंका चोपडा ने बिहार के पटना में किया. प्रियंका ने बताया कि वे अपनी नानी के अंतिम संस्कार के लिए केरल गईं थी, लेकिन वहां के चर्च ने उन्हें दफनाने की इजाजत नहीं दी. चर्च का यह कदम बेहद खराब था. बाद में उन्हें दूसरे कब्रिस्तान में दफनाया गया.

प्रियंका चोपड़ा की नानी मधु ज्योत्सना अखौरी का असली नाम मैरी जॉन था. वे शादी से पहले क्रिश्चियन थीं. लम्बी बीमारी के बाद उनका 3 जून को निधन हो गया था. वे 94 साल की थीं. नानी की आखिरी इच्छा को पूरा करने के लिए प्रियंका अपनी फैमिली के साथ केरल के कोट्टयम में उनके होमटाउन कुमाराकॉम अंतिम संस्कार के लिए पहुंची.
यहां के सेंट जॉन अट्टमंगलम के चर्च में उन्हें दफनाया जाना था. लेकिन चर्च प्रशासन ने प्रियंका की फैमिली को इजाजत नहीं दी. चर्च का कहना था कि मधु ज्योत्सना ने एक हिंदू फैमिली में शादी की थी, इसलिए क्रिश्चियन ट्रेडिशन के मुताबिक परमिशन नहीं दी सकती.
उधर, जैकोबाइट सीरियाई क्रिश्चियन चर्क, कोट्टायम के बिशप, थॉमस मार थेमोथिइस ने सेंट जॉन अट्टमंगलम चर्च के इस कदम को गलत बताया. उन्होंने कहा किमधु ज्योत्सना की आखिरी विश को पूरा नहीं होने देना इंसानियत के खिलाफ है. प्रियंका ने पटना में कहा कि चर्च का यह कदम दुर्भाग्यपूर्ण था. लेकिन हमें इस बात पर ध्यान नहीं देना चाहिए. हमें यह देखना चाहिए कि हमने परिवार का एक सदस्य खो दिया है. उनका अंतिम संस्कार रविवार को दूसरे कब्रिस्तान में किया गया. आपको बता दें कि फ्रीडम फाइटर मधु ज्योत्सना अखौरी जमशेदपुर की विधायक रह चुकी हैं. उनके पति स्वर्गीय डॉ एमके अखौरी भी जिला कांग्रेस कमेटी के प्रेसिडेंट थे.