जानिए पाकिस्तान में इंसानों के मरने से पहले ही क्यों खोदी जा रही है कब्रें
पिछले साल पाकिस्तान में भयंकर लू चलने से 1,300 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी. इसी को देखते हुए इस बार कब्र खोदने वालों से तीन बड़ी-बड़ी खाईं खुदवाई गई हैं ताकि करीब 300 शवों को दफनाया जा सके. पिछले साल तापमान 44 डिग्री सेल्सियस पार कर गया था. दो करोड़ लोगों की आबादी वाले शहर में अचानक से अस्पतालों और कब्रिस्तानों में भीड़ बढ़ गई थी.

पाकिस्तान के मौसम विभाग ने पिछले साल जैसे बुरे हालातों की आशंका नहीं जताई है, लेकिन कराची में अफसर बुरे से बुरे हालात का सामना करने की तैयार कर रहे हैं.कराची के कमिश्नर आसिफ हैदर शाह ने बताया कि करीब 60 अस्पतालों में अब लू से पीड़ित 18,50 मरीजों के इलाज की क्षमता है.

कराची के कब्रिस्तानों में पिछले साल अफरातफरी का माहौल था. कब्र खोदने वालों ने कड़ी धूप में काम करने से मना कर दिया और सामान्य से पांच गुना ज्यादा कीमत वसूली.

कराची में रहने वाले कुछ लोगों का कहना है कि स्थिति की भयावहता इस पर निर्भर करती है कि रमजान के महीने में लू चलती है या नहीं. क्योंकि पाकिस्तानी कानून के मुताबिक, इस पूरे महीने सावर्जनिक जगहों पर कुछ भी खाना-पीना गैरकानूनी है. आपको यहां बता दे कि पिछले साल सबसे ज्यादा मौतें रमजान के महीनें में ही हुई थी. क्योंकि पाकिस्तान में इस कानून तहत सार्वजनिक जगहों पर कुछ खानें-पीनें का सामान मिल नहीं था. जिसके कारण सबसे ज्यादा जानें रमजान में ही गई थी.
news source- Reuters