पानी में दफ़न हो चुके दुनियां के प्राचीन शहर
लायन सिटी ऑफ क्यूआनडाओ लेक, चीन (Lion City of Quiandao Lake, China)

पानी के अंदर बसे दुनिया के प्राचीन और शानदार शहरों में से एक चीन का लायन सिटी ऑफ क्यूआनडाओ लेक है. यह शहर लगभग 1400 साल पुराना है. पूर्वी हान राजवंश के दौरान इस शहर को बनाया गया था, जिसका क्षेत्रफल 62 फुटबॉल ग्राउंड के बराबर है। यह लगभग 85 से 131 फीट सतह के नीचे स्थित है. इस शहर को जलमग्न हुए अभी 60 साल भी नही हुए हैं. 1959 में जब चीनी सरकार ने Xin’an नदी पर हाइड्रो-इलेक्ट्रिक बाँध बनाया था तब इस शहर में पानी भर गया जिससे इस शहर में पानी भर गया.
पाव्लोपेट्री, ग्रीक (Pavlopetri, Greece)

इस समुदाय का वास्तविक नाम कोई नही जानता. क्योंकि इस शहर को जलमग्न हुए 5000 साल हो चुके हैं. यहाँ प्रवेश करने के लिए इसे Pavlopetri और Peter and Paul’s stone जैसे आधुनिक नाम दिए गये हैं. ग्रीक के इस शहर को पानी के अंदर अति प्राचीन पुरातात्विक साइट में शुमार किया जाता है. ये शहर लगभग 1000 ईसा पूर्व भूकंप के कारण पानी के अंदर समा गया था. इसके खंडहरों को देखकर पता लगाना मुश्किल हो जाता है कि ये मानव निर्मित है. हालांकि, इस शहर की सड़कों, वास्तुकला और कब्रों सहित पूरे शहर को योजनागत तरीके से बनाया गया था.
क्लियोपेट्रा, अलेक्जेंड्रिया, इजिप्ट (Cleopatra’s Alexandria, Egypt)

क्लियोपेट्रा शहर को 1998 में समुद्री पुरातत्वविदों ने खोज निकाला था. इस शहर का निर्माण इजिप्ट के शासक रहे ‘अलेक्जेंडर द ग्रेट’ ने किया था. ऐसा कहा जाता है कि चर्चित सुंदरी व सम्राज्ञी ‘क्लियोपेट्रा’ की याद में ‘अलेक्जेंडर द ग्रेट’ इस शहर को बनाया गया था. 1600 साल पहले ये शहर जलमग्न हो गया था.
पोर्ट रॉयल, जमैका (Port Royal, Jamaica)

जमैका का पोर्ट रॉयल शहर कभी समुद्री डाकुओं का अड्डा हुआ करता था. आज भले ही यह जलमग्न हो गया है, लेकिन कभी यह यूरोप के बड़े शहरों में शुमार होता था. यहां की शराब और साथ ही यहां वेश्याएं लोगों का मनोरंजन करने के लिए प्रसिद्ध थी. जून 1962 में ये शहर भूकम्प के कारण जलमग्न हो गया, जिसमें 2000 लोगों की मौत हो गई थी. आधुनिक पुरातत्वविदों ने इस शहर का अधिकांश हिस्सा खोज लिया है, जिनमें प्रमुख समुंद्री डाकुओं के सराय, नावें व जहाज आज भी सुरक्षित हैं.
द्वारका, भारत (Dwarka, India)

भारत के गुजरात प्रांत में कैम्बे की खाड़ी में प्राचीन खंडहरों की खोज में गये गोताखोरों को प्राचीन द्वारका शहर के अस्तित्व मिले. मिथक है कि यह नगर भगवान कृष्ण की प्राचीन नगरी द्वारका है और यहाँ एक समय में 70,000 महल थे. यह भारत के सात अति प्राचीन शहरों में से एक है. गोमती नदी के किनारे स्थित ये शहर लगभग 7400 ईसा पूर्व या लगभग 9000 साल पहले जलमग्न हो गया था.
द पिरामिड ऑफ युनागुनी-जिमा, जापान (The Pyramids of Yonaguni-Jima, Japan)

द्वारका की तरह ही जापान का yonaguni आइलैंड भी विवादित है. कोई इसे मानव निर्मित कहता है तो प्रकृति द्वारा निर्मित बताता है. 1986 में गोताखोरों ने इसे पिरामिड बताया तो कुछ समय पश्चात् वैज्ञानिकों ने इसे rock formation कहा. एक भूकम्प वैज्ञानिक का कहना है कि यह 2000 से 3000 साल पहले बनाया गया था. ये 10000 ई.पू. समुद्र में जलमग्न हो गया था. वर्तमान में यह 250 फीट गहरे पानी में है.
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